जड़ों को विस्तार देती
धरती ने
कभी भी पेड़ को
भार नहीं माना
उसका विशालता से
कभी नहीं सहमी
उसे पता था
उसका साया आकाश है ...
..........................................
प्रेम
इस ढाई अक्षर ने
कितनों की जिन्दगी के
मायने बदल दिये
जिनके पास यह होता है
उनके पास एक
विस्तृत आकाश होता है
जिनके पास से
यह चला जाता है
उनके पास आंसुओं का
पूरा सैलाब होता है
....
धरती ने
कभी भी पेड़ को
भार नहीं माना
उसका विशालता से
कभी नहीं सहमी
उसे पता था
उसका साया आकाश है ...
..........................................
प्रेम
इस ढाई अक्षर ने
कितनों की जिन्दगी के
मायने बदल दिये
जिनके पास यह होता है
उनके पास एक
विस्तृत आकाश होता है
जिनके पास से
यह चला जाता है
उनके पास आंसुओं का
पूरा सैलाब होता है
....