उपकार के प्रति तुम
कृतज्ञता का भाव रखते हो मन में जब
तो क्या करते हो बदले में
कृतज्ञता का भाव रखते हो मन में जब
तो क्या करते हो बदले में
उसके लिए विनम्र हो जाते हो
या नतमस्तक हो
उसका अनुसरण करने लगते हो
उसकी हर खुशी का
ख्याल रख उसके आगे-पीछे हो
उसकी ढाल बन जाते हो
सोचो क्या उसने तुम पर
इसलिए उपकार किया था
वो तो मात्र माध्यम था
तुम्हारे लिए...
जो वह निष्कपट हो बन गया
बस यह सोचकर
कभी तुम्हें भी अवसर मिले
तो किसी अंजान शख़्स पर
उपकार कर देना ...
किसी मासूम बच्चे के
सिर को सहलाकर
उसकी हंसी में खिलखिलाकर
शामिल हो जाना ...