जड़ों को विस्तार देती
धरती ने
कभी भी पेड़ को
भार नहीं माना
उसका विशालता से
कभी नहीं सहमी
उसे पता था
उसका साया आकाश है ...
..........................................
प्रेम
इस ढाई अक्षर ने
कितनों की जिन्दगी के
मायने बदल दिये
जिनके पास यह होता है
उनके पास एक
विस्तृत आकाश होता है
जिनके पास से
यह चला जाता है
उनके पास आंसुओं का
पूरा सैलाब होता है
....
धरती ने
कभी भी पेड़ को
भार नहीं माना
उसका विशालता से
कभी नहीं सहमी
उसे पता था
उसका साया आकाश है ...
..........................................
प्रेम
इस ढाई अक्षर ने
कितनों की जिन्दगी के
मायने बदल दिये
जिनके पास यह होता है
उनके पास एक
विस्तृत आकाश होता है
जिनके पास से
यह चला जाता है
उनके पास आंसुओं का
पूरा सैलाब होता है
....
जीवन दर्शन की झलक
जवाब देंहटाएंरश्मि जी ने बिलकुल सही कहा है!
जवाब देंहटाएंजिनका ये आकाश चला जाता है उनके पास सिवाय आंसुओं के और रह ही क्या जाता है!
कुँवर जी,
सुन्दर दर्शन
जवाब देंहटाएंbahut sundar jivan darshan....
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर गहन अनुभूति....
जवाब देंहटाएंसुन्दर....
:-)
...
जवाब देंहटाएंजीवन की गहरायी में पैठ कर पाये गये मोती हैं ये उक्तियाँ !
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